Aditya L-1 Mission MCQ in Hindi : आदित्य L1 मिशन से जुड़े महत्वपूर्ण

Aditya L-1 Mission MCQ in Hindi : आदित्य l1 मिशन यह भारत का पहला सौर अनुसंधान मिशन है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य सूर्य के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानना हैं। इसे ISRO Surya Mission के नाम se भी जाना जा रहा है। इस मिशन के लिए सेटेलाइट आदित्य L-1 सूर्य के पास स्थापित किया जाएगा। इसके द्वार सूर्य की इमेजिंग, सौर कोरोना, सौर हवाओं, सौर प्रकाश मंडली में होने वाली केरनल मास इजेक्शन (CME) का अध्ययन किया जाएगा।  

इस मिशन को वायुमंडल और चुंबकीय क्षेत्र की जानकारी प्राप्त करने के लिए भेजा जा रहा है। तो आइए इस मिशन से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी जैसे आदित्य एल 1 मिशन लॉन्च तिथि (aditya-l1 mission launch date), आदित्य l1 क्या है?, Aditya L1 full form, Aditya L1 rocket इत्यादि के बारे में इस लेख के माध्यम से जानते हैं..

Aditya L-1 Mission क्या है?

आदित्य L1 मिशन भारत की तरफ से सूर्य का सबसे नजदीक से अध्ययन करने के लिए भेजा जा रहा है। यह मिशन वायुमंडल और चुंबकीय क्षेत्र की जानकारी प्राप्त करेगा, साथ ही सूर्य के कोरोना, सौर हवाओं और कोरोनल मास इजेक्शन का अध्ययन करेगा।

(मास एजेक्शन) सूर्य की वह परत है, जो सूर्य के पास होने वाले विस्फोट को संदर्भित करता है। इसे सबसे बड़े विस्फोट के रूप में जाना जाता है। सूर्य की इन्हीं सभी चीजों से अध्ययन के लिए इस यह सूर्ययान मिशन को भेजा जा रहा है। सूर्य के आसपास सूर्य और पृथ्वी के उन खास परत पर इसे स्थापित किया जाएगा जिसके अध्ययन कर सभी जानकारी प्रदान कर सके।

ISRO Surya Mission 2023 In Hindi से जुड़ी रोचक तथ्य

ISRO द्वारा आदित्य L-1 को 400 किलो वर्ग के उपग्रह के रूप में वर्गीकृत किया गया है। इसको ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान PSLV-XL से लॉन्च जाएग। आदित्य एल1 सूर्य का अध्ययन करने वाला पहला अंतरिक्ष आधारित मिशन है। अंतरिक्षयान को सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के लैग्रेंज बिंदु-1 यानी L-1 के चारों ओर एक कक्ष में स्थापित किया जाएगा। जो पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किलोमीटर दूर है।

इससे L-1 बिंदु के चारों ओर प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किए गए उपग्रह को बिना किसी ग्रहण के सूर्य को लगातार देखने का लाभ होगा। जिससे कि वास्तविक समय में सौर गतिविधियों और अंतरिक्ष मौसम पर इससे प्रभाव को देखने में मदद मिलेगा। अंतरिक्ष यान विद्युत चुम्बकीय और कण चुम्बकीय क्षेत्र डिटेक्टरो का उपयोग करके प्रकाश मण्डल क्रोमोस्फ़ीयर और सूर्य की सबसे बाहरी परत कोरोना का निरीक्षण करने के लिए सात पेलोड ले जाता है।

आदित्य L1 मिशन का मुख्य उद्देश्य क्या है?

  • सौर कोरोना का भौतिक और तापमान का अध्ययन करना।
  • कोरोनल और कोरोनल लूप प्लाज़्मा का तापमान, वेग और घनत्व का अध्ययन करना।
  • सौर कोरोना में चुंबकीय क्षेत्र, टोपोलॉजी और चुंबकीय क्षेत्र की माप इत्यादि की जानकारी प्राप्त करना।
  • अंतरिक्ष मौसम के लिए सौर हवा की उत्पत्ति संरचना और गतिशीलता के बारे में जानकारी प्राप्त करना।
  • क्रोमोस्फ़ीयर और कोरोना की गतिशीलता का अध्ययन करना।
  • CME का विकास, गतिशीलता और उत्पत्ति का अध्ययन करना।
  • क्रोमस्फेरिक  और कोरोनल तापमान का अध्ययन, आंशिक रूप से आयनित प्लाज़्मा की भौतिकी, कोरोनल द्रव्यमान इंजेक्शन की शुरुआत, ओर फ्लेयर्स इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त करना।

चर्चा में क्यों है आदित्य l1?

हाल ही में ARIES INSTITUTE यानी आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशन साइंस के शोधकर्ताओं ने सूर्य के अंदरूनी हिस्सों से निकलने वाले तीव्र गति से कोरोनल मास इजेक्शन को ट्रैक करने के लिए एल्गोरिद्म का विकास किया। आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जर्वेशन साइंस की यह उपलब्धि भारत के आने वाली आदित्य L-1 मिशन के लिए काफी उपयोगी साबित होगा। भारत के आगामी Aditya L-1 मिशन के द्वारा प्राप्त डेटा को इस एल्गोरिद्म के माध्यम से विश्लेषण करके सूर्य के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त की जाएगी।

आदित्य एल1 कब लॉन्च होगा 2023?

इसरो द्वारा आदित्य एल1 को PSLV-XL रॉकेट की मदद से 2 सितंबर 2023 को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉंच किया जाएगा।

Aditya L-1 Mission MCQ in Hindi

प्रश्न-1 आदित्य L-1 मिशन कब लॉन्च किया जाएगा?

  • 2 अगस्त 2023
  • 2 सितंबर 2023
  • 2 अक्टूबर 2023
  • 2 नवंबर 2023

 उत्तर– 2 सितंबर 2023

प्रश्न-2 आदित्य-1 कितने किलो वर्ग का उपग्रह है?

  • 200
  • 400
  • 600
  • 450

उत्तर400

प्रश्न-3 इस मिशन को किस कक्षा में लॉन्च किया जाएगा?

  • L1
  • L2
  • KE
  • L

उत्तर-L1

प्रश्न-4 आदित्य L-1 किसके द्वारा लाँच किया जाएगा?

  • ISRO
  • DRDO
  • WHO
  • UNO

उत्तर- ISRO

प्रश्न-5 ISRO द्वारा लाँच किया जा रहा आदित्य एल-1 मिशन पृथ्वी से लगभग कितनी दूरी पर है? Hu

  • 3.5 मिलियन km
  • 1.5 मिलियन km
  • 1.3 मिलियन km
  • 1.6 मिलियन km

उत्तर1.5 मिलियन km

प्रश्न-6 आदित्य एलवन मिशन क्या है?

  •  चंद्रमा का अध्ययन करने वाला
  •  सूर्य का अध्ययन करने वाला
  •  पृथ्वी का अध्ययन करने वाला
  •   आयुक्त सभी

 उत्तर- सूर्य का अध्ययन करने वाला

प्रश्न-7 आदित्य-L1 मिशन भारत का कितने नंबर का मिशन है?

  • पहला
  • दूसरा
  • तीसरा
  • चौथा

 उत्तर- पहला

प्रश्न-8 आदित्य l1 को सूर्य तक पहुंचने में कितना समय लगेगा?

  • 120 दिन
  • 125 दिन
  • 127 दिन
  • 110 दिन

 उत्तर- 127 दिन

प्रश्न-9 आदित्य एल1 कहां लॉन्च होगा?

  • श्रीहरिकोटा
  •  बेंगलुरु
  •  विशाखापट्टनम
  •  इनमें से कोई नहीं

 उत्तर- श्रीहरिकोटा

प्रश्न-10 भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन का नाम क्या था?

  • मिशन इम्पॉसिबल
  •  गगनयान
  •  मिशन चंद्रयान
  •  आदित्य L

 उत्तर- ?

उपर्युक्त प्रश्न का उत्तर आप हमें कमेंट बॉक्स में दे।

Aditya L-1 Mission GK Questions & Answer

आदित्य L-1 मिशन क्या है?

आदित्य L-1 सूर्य का अध्ययन करने वाला एक ऐसा मिशन है, जो सूर्य पृथ्वी प्रणाली के L-1 बिंदु के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा

आदित्य L1 का क्या अर्थ है

आदित्य L1 का अर्थ (sun earth लेग्रेनियन पॉइंट) L1 की कक्षा से सूर्य का अध्ययन करना है।

आदित्य L-1 तक पहुंचने में कितना समय लगेगा?

आदित्य L-1 तक पहुंचने में 127 दिन का समय लगेगा

आदित्य L-1 मिशन कब लांच किया जाएगा?

आदित्य L-1 मिशन सितंबर के पहले सप्ताह (2 सितंबर 2023) में लॉन्च किया जाएगा।

आशा है कि मेरे द्वारा Aditya L-1 Mission MCQ in Hindi : आदित्य L1 मिशन से जुड़े महत्वपूर्ण के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसे ही लेटेस्ट सरकारी जॉब, सरकारी योजनाअपकमिंग जॉब्स की अपडेट पाने के लिए कैरियर बनाओ Careerbanao.net को जरूर बुकमार्क करें।

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