BMI Full Form क्या होता है? महत्व, बीएमआई कैसे निकालते हैं? की जानकारी

BMI Full Form in Hindi: आज हम ऐसे युग में रहते हैं, जहां लोगों को अपने वजन को लेकर काफी चिंताएं बनी रहती हैं। जिस प्रकार से लोग बाहर के जंक फूड का सेवन करते हैं, इससे लोगों के हेल्थ पर काफी असर देखने को मिल रहा है। आजकल के लोग अपने स्वास्थ्य और वजन को लेकर काफी ज्यादा अवेयर रहते हैं।

आज हम जिस टॉपिक के बारे में बात करने वाले हैं, वह वजन और हेल्थ से जुड़ा हुआ है। उस टॉपिक का नाम है BMI यानी की (बॉडी मास इंडेक्स)। तो हम अपने इस लेख के माध्यम से जानेंगे की बीएमआई क्या है? बीएमआई कैलकुलेट कैसे करते हैं? बीएमआई क्यों जरूरी होता है? बीएमआई होता क्या है? BMI Full Form in Hindi क्या है? इत्यादि।

BMI Full Form क्या है?

BMI Ka Full Form अंग्रेजी में Body Mass Index होता है हिंदी में इसे बॉडी मास इंडेक्स कहते हैं। यह शरीर ये फैट को नापने का एक तरीक़ा होता है। इसकी रेंज निम्नलिखित है।

अंडर वेट18.5 से कम
नार्मल18.5 से 24.9
ओवर वेट25 से 29.9
मोटा30 या अधिक

BMI क्या होता है?

Body Mass Index मापने की एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके अंदर व्यक्ति अपने आप को कुछ निम्नलिखित कैटेगरी में डाल देता है जैसे कि अधिक वजन, मोटापा, सामान्य वजन और कम वजन। बीएमआई की मदद से एक इंसान यह कैलकुलेट कर सकता है, कि वह इनमें से किस श्रेणी में है।

इसको नापने के लिए दो पैरामीटर की जरूरत पड़ती है पहला इंसान का वजन और दूसरा उसकी ऊंचाई। जिन लोगों का भी बीएमआई अधिक आता है, तो इसका मतलब क्या होता है कि उनके शरीर और उनकी ऊंचाई के मुकाबले में उनकी बॉडी में बहुत ज्यादा फैट है।

BMI Full Form in Hindi
BMI Full Form

बीएमआई का महत्व क्या है?

  • BMI को सबसे पहले 1830 में बेल्जियम के मैथमेटिशियन लैबोरेट एडल्ट जैक ने डेवलप किया था। इसीलिए हम इसको कभी-कभी क्वालिटी इंडेक्स भी कहते हैं।
  • बॉडी मास इंडेक्स कैलकुलेट करने का एक मुख्य उद्देश्य यह होता है कि यह हमारे शरीर में आने वाली बीमारियां जैसे कि हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, टाइप टू मधुमेह, ओस्टियोआर्थराइटिस, पित्त पथरी जैसी खतरनाक बीमारियों से हमें पहले ही आगाह कर सके। लोग इसी वजह से कैलकुलेट करते हैं, कि वह पहले से ही इन बीमारियों का संकेत पा सके और अपने वजन पर कंट्रोल कर सके।
  • माता-पिता BMI को लेकर काफी ज्यादा किंचित होते हैं, क्योंकि शहरों में बच्चे जंक फूड खाने की वजह से अपने शरीर का वजन अधिक कर लेते हैं, जिसकी वजह से उन्हें कई सारी बीमारियों के होने के खतरे होते हैं।
  • बीएमआई का अधिक महत्व शहरों में ज्यादा दिखाई देता है। गांव के लोग शारीरिक कार्य ज्यादा करते हैं जिसकी वजह से उनके बॉडी में फैट का होना ना मात्र समझा जाता है।
  • यदि आपका बॉडी मास इंडेक्स अभी ठीक चल रहा है तो पोषक तत्वों और व्यायाम की मदद से आप बाद में चलकर अपना वजन आसानी से बढ़ा सकते हैं।
  • यदि आपका इंडेक्स आपका हेल्दी वेट को दिखा रहा है तो आपकी कमर का मेजरमेंट लेना काफी आवश्यक हो जाता है। अगर आपकी कमर 18 सेंटीमीटर से ज्यादा है तो आपको हेल्थ से जुड़ी हुई कई सारी समस्याओं से जूझने की संभावना होती है।
  • कई सारे रिसर्च एंड डेवलपमेंट में यह बताया है कि अगर आप बहुत लंबे समय से ओवरवेट है तो आप 5 से लेकर 15% तक भी अगर अपना वजन कम करते हैं तो उससे आपका स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक हो जाता है।

BMI कैसे निकालते हैं?

बीएमआई का मतलब Body Mass Index होता है जो किसी भी मोटापे को जांच करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय मानक माना जाता है। अगर आप अपना बॉडी मास इंडेक्स नापना चाहते हैं तो उसके लिए सबसे पहले आपको अपना वजन और अपनी लंबाई को पता करना होगा। इसकी मदद से आप यह जान सकते हैं कि आपका वजन सामान्य है या फिर उससे अधिक है। 

बीएमआई को नापने का एक सेट फार्मूला होता है। यह आपके शरीर का वेट (किलोग्राम) और आपकी लंबाई (मीटर में) का अनुपात होता है

BMI= [Weight / (Height*Height)]

आपको BMI निकालने के लिए आपका वेट को किलोग्राम में लेना होगा और आपकी लंबाई मीटर में होनी चाहिए।

एक आइडियल BMI Index कितना होना चाहिए?

बीएमआई के बढ़ने या घटना से आपके स्वास्थ्य पर बेहद गहरा असर पड़ सकता है। अब आपका यह सवाल आता है कि आखिर इंडेक्स आइडियल कितना होना चाहिए। अगर आपकी बीएमआई 18.5 से कम है तो आप अंडरवेट है यानी कि आपको अपना वेट बढ़ाने की जरूरत है।

वेट बढ़ाने के लिए आप पोषक तत्वों के साथ-साथ एक्सरसाइज करके अच्छा रिजल्ट का सकते हैं। अगर आपकी INDEX 18.5 से लेकर 24.9 के बीच में है तो इसे एक अच्छी स्थिति मानी जाती है। अगर आप इस कैटेगरी के अंदर आते हैं तो ना तो आपको अपना वजन बढ़ाने की जरूरत है ना ही आपको अपना वजन घटाने की जरूरत है। इसमें होने के बाद बस आपको मेंटेन करने की जरूरत है। यह कैटिगरी आम लोगों के लिए परफेक्ट मानी जाती है।

अगर आपके  इंडेक्स 25 या उससे ज्यादा है तो आप ओवरवेट की कैटेगरी में आते हैं। इस कैटेगरी में आने के बाद आपको अपने वजन कम करने पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। इस कैटेगरी में आने के बाद आपके पास कई सारी बीमारियों को खतरा बढ़ जाता है जैसे टाइप टू डायबिटीज, दिल का रोग या स्ट्रोक ऐसी स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से कांटेक्ट करना चाहिए और आपको अपने मोटापा काम करने की कोशिश करनी चाहिए।

अधिक बीएमआई आने पर कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?

अगर आपका Body Mass Index 25 से अधिक आता है तो आपको कई सारी बीमारियां हो सकती है। उनमें से कुछ बीमारियों के लिस्ट हमने आपको यहां पर नीचे दे रखे हैं:

  • कैंसर
  • पित्ताशय का रोग
  • खर्राटे लेना और स्लीप एप्निया
  • ऑस्टियोआर्थराइटिस और जोड़ों की समस्याएं
  • असमय मौत
  • उच्च रक्तचाप
  • दिल की बीमारी
  • कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा
  • आघात
  • मधुमेह

आप अपना Body Mass Index कैसे सुधार सकते हैं?

सक्रिय होना पड़ेगा

अगर आपको अपना इंडेक्स सुधारना है तो उसके लिए आपको सबसे पहले सक्रिय होना पड़ेगा। आपको अपनी पूरी दिनचर्या में व्यायाम जैसे शब्दों को हमेशा के लिए स्थापित करना होगा। आपको नियमित वर्कआउट करते रहना होगा जिससे आपके पूरे दिनचर्या में कई सारे सुधार देखने को मिलेंगे। आपको काम करते वक्त ऐसे कई सारे रास्ते अपनाने पड़ेंगे जिससे आप आसानी से अपने बॉडी के फैट को कम कर पाए। जैसे आपको लिफ्ट के बजाय Stairs का रास्ता लेना होगा ताकि आप शारीरिक एक्सरसाइज कर पाए।

बैलेंस डाइट

अगर आप अपना Body Mass Index सुधारना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको बैलेंस डाइट लेना होगा। आपको अपने डाइट से जंक फूड को बिल्कुल निकाल फेंकना होगा। बॉडी मास इंडेक्स के ज्यादा होने का एक सबसे मुख्य कारण आपका जंक फूड है, जो आप दिन में पता नहीं कितनी बार कंज्यूम करते हैं। अगर आप एक बैलेंस डाइट लेते हैं, जो फाइबर और प्रोटीन रिच होता है, तो इससे आपकी बॉडी को कई सारे न्यूट्रिएंट्स और विटामिन मिलेंगे।

नींद पूरी रखनी होगी

अगर आप अपना  इंडेक्स में अच्छा सुधार लाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपनी नींद भी पूरी रखनी होगी। आप अपने वजन को मेंटेन रखने के आपको एक स्वस्थ नींद लेनी बहुत आवश्यक है। अगर आप एक हेल्थी नहीं लेते हैं तो इससे आपका वजन पर काफी गहरा असर पड़ता है और आपकी हेल्थ दिन पर दिन सुधरता जाती है। जो भी इंसान अपनी नींद पूरी नहीं रखता है वह दिन भर कई सारे कंफ्यूजन और किओस में अपना दिन बिताता है, जिसके उसकी हेल्दी लाइफ़स्टाइल पर काफी ज्यादा असर पड़ता है।

रेगुलर वजन टेस्टिंग करें

रेगुलर टेस्टिंग करना काफी ज्यादा आवश्यक हो जाता है अगर आप अपने बॉडी मास इंडेक्स में सुधर जा रहे हैं, तो इसके लिए आपको नियमित रूप से अपना वजन चेक करते रहना होगा ताकि आपको पता चल सके कि आपकी किन-किन एक्टिविटीज का फायदा हुआ है और किन एक्टिविटीज का फायदा नहीं हुआ है। रेगुलर वजन टेस्टिंग की मदद से आप अपनी पॉजिटिव एक्टिविटीज पे फोकस कर सकते हैं जिसकी वजह से आपके बीएमआई पर असर पड़ रहा है।

बीएमआई क्या है?

बॉडी मास इंडेक्स एक प्रकार का ऐसा इंडेक्स है जो किसी इंसान की ऊंचाई और उसके वजन का अनुपात बताता है।

BMI FULL FORM क्या होता है?

BMI Ka FULL FORM बॉडी मास इंडेक्स होता है।

बीएमआई क्यों निकाला जाता है?

BMI इसलिए निकाला जाता है ताकि यह पता चल सके की कोई व्यक्ति अपने वजन और हाइट के अनुसार किस श्रेणी में है। कभी-कभी व्यक्ति ओवरवेट हो जाता है और उसे पता नहीं चलता है। इसकी मदद सेवा आसानी से पता लगा सकता है कि वह कितना ओवरवेट है और उसे कितना कम कर सकता है।

अगर बीएमआई 18 या उससे कम है तो क्या होता है?

अगर बॉडी मास इंडेक्स 18 या उससे काम है तो इसका मतलब आप अंडरवेट है और आपको वजन बढ़ाने की जरूरत है। अगर आपका वजन कम है तो इसकी वजह से आपको कई सारी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है।

अगर बीएमआई 30 या उससे अधिक है तो इसका मतलब क्या होता है?

अगर आपका Body Mass Index 30 से अधिक है तो इसका मतलब आप मोटापे की कैटेगरी में आते हैं। अगर आप इस केटेगरी से बिलॉन्ग करते हैं तो आपको अपने वजन को लेकर काफी ज्यादा अवेयर होने की जरूरत है। जो भी लोग 30 की क्रांतिकारी या उससे ऊपर आते हैं उनको कई सारी बीमारियां होने का खतरा बना रहता है।

आशा है कि मेरे द्वारा BMI Full Form क्या होता है? महत्व, बीएमआई कैसे निकालते हैं? के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसे ही लेटेस्ट सरकारी जॉब, सरकारी योजनाअपकमिंग जॉब्स की अपडेट पाने के लिए कैरियर बनाओ Careerbanao.net को जरूर बुकमार्क करें।

Leave a Comment