GST FULL FORM – जीएसट का मतलब इंग्लिश में गुड्स एंड सर्विस टैक्स होता है जबकि यह हिंदी में वस्तु एवं सेवा कर के नाम से जाना जाता है. यह एक खास प्रकार का कर है जिसे वस्तुओं पर सरकार द्वारा लगाया जाता है.
इस कर से राज्य में सभी बस्तुओं के क्रय और विक्रय का कुछ हिस्सा भारत सरकार को जाता है. सरकार इससे करोड़ों रुपये प्राप्त करती है. प्रतिमाह सरकार को प्राप्त होने वाले इस मुनाफे से देश और प्रदेश में निवास करने वाले लोगों के लिए तमाम प्रकार की सरकारी सुविधाएँ जैसे – सरकारी हॉस्पिटल निर्माण, ट्रांसपोर्ट, सड़क निर्माण आदि कार्यों में व्यय करती है जिसका लाभ नागरिको को डायरेक्ट एवं इनडायरेक्ट माध्यम से होता है.
इस लेख में हम GST FULL FORM, और इससे जुड़े कुछ खास बिंदुओं के बारे में जानेगें, अतः CAREERBANAO.NET हिंदी पोर्टल पर आपका स्वागत है चलिए जानते हैं विस्तार से –
GST Full Form – संक्षिप्त विवरण
नाम | जीएसटी |
फुल फॉर्म | गुड्स एंड सर्विस टैक्स |
लेख की श्रेणी | फुल फॉर्म |
लेख का नाम | GST FULL FORM | जीएसटी फुल फॉर्म |
यह किस विभाग से संबंध रखता है | कर विभाग |
हेड क्वार्टर | New Delhi |
किसके अंतर्गत कार्य करता है | भारत सरकार कर विभाग |
कुल संपत्ति | Rs 1,49,507 crore (GOOGLE DATA) |
अधिकारिक वेबसाइट | https://www.gst.gov.in/ |
GST क्या होता है?
गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) भारत में वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाने वाला एक मूल्य वर्धित कर है। यह एक व्यापक अप्रत्यक्ष कर है जिसने वैट, सेवा कर, केंद्रीय उत्पाद शुल्क और अन्य जैसे कई अप्रत्यक्ष करों को बदल दिया है।
GST एक उपभोग-आधारित कर है, जिसका अर्थ है कि यह उत्पादक से लेकर अंतिम उपभोक्ता तक, आपूर्ति श्रृंखला के प्रत्येक चरण में लगाया जाता है। उत्पादन या वितरण के प्रत्येक चरण में जोड़े गए मूल्य पर कर लगाया जाता है, और अंतिम उपभोक्ता कर का बोझ वहन करता है।
GST ने कर प्रशासन को सरल बनाकर, कर चोरी को कम करके और सरकार के लिए राजस्व में वृद्धि करके भारत में कराधान प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। इससे वस्तुओं और सेवाओं के लिए एकल राष्ट्रीय बाजार का निर्माण हुआ, कई कर समाप्त हुए और व्यवसायों के लिए अनुपालन बोझ कम हुआ।
GST Full Form क्या है?
जीएसटी का फुल फॉर्म हिंदी में वस्तु एवं सेवा कर है इसे इंग्लिश में गुड्स एंड सर्विस टैक्स के नाम से जाना जाता है. इसके लिए भारत सरकार ने कर विभाग बना है जो होने वाले राजस्व का कलेक्शन कर करता है.
G | GOODS |
S | SERVICES |
T | TAX |
भारतीय कर विभाग का मुख्य कार्यालय नई दिल्ली में स्थित है गूगल पर मौजूद डेटा के अनुसार प्रतिवर्ष जीएसटी से भारत सरकार को Rs 1,49,507 करोड प्राप्त होते हैं. जिसे वे राज्य में और देश में रहने वाले नागरिकों के लिए बेहतर सुविधाएं जैसे ट्रांसपोर्ट, रेलवे, अच्छी सड़कें, अस्पताल आदि में समय-समय पर खर्च करते हैं.
GST कितने प्रकार के होते हैं?
वर्तमान समय में जीएसटी जिसे माल सेवा कर के नाम से भी हिंदी में जानते हैं यह चार अलग-अलग प्रकार के होते हैं जो कुछ इस प्रकार से हैं:
- CGST
- SGST
- IGST
- UTGST
CGST (Central Goods and Services Tax): सीजीएसटी इसे हिंदी में केंद्रीय माल और सेवा कर कहा जाता है किसी भी राज्य के भीतर वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है सीजीएसटी के जरिए एकत्रित हुआ कर का पैसा केंद्र और राज्य सरकार के बीच साझा होता है.
SGST (State Goods and Services Tax): SGST राज्य और माल सेवा कर के नाम से जाना जाता है. जिसे किसी भी राज्य के अंदर वस्तुओं के आपूर्ति पर राज्य सरकार द्वारा लगाया जाता है इससे एकत्रित राजस्व राज्य सरकार को जाता है.
IGST (Integrated Goods and Services Tax): यह एकीकृत माल और सेवा कर के नाम से जाना जाता है. भारत में यह विभिन्न राज्यों के बीच वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति हेतु यह केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है इससे प्राप्त राजस्व को केंद्र सरकार और राज्य सरकार के बीच आपस में साझा किया जाता है.
UTGST (Union Territory Goods and Services Tax): यह केंद्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र शासित प्रदेश के भीतर वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति पर लगाया जाने वाला कर है। UTGST के माध्यम से एकत्रित राजस्व केंद्र शासित प्रदेश सरकार द्वारा बनाए रखा जाता है।
GST के फायदे
गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स एक प्रकार का सुधार कर है जिसका उद्देश्य पूरे देश में सेवाओं और वस्तुओं के लिए एकीकृत, सरलीकृत और सुव्यवस्थित कराधान प्रणाली निर्मित करना है इसके खास लाभ कुछ इस प्रकार से हैं –
Elimination of cascading effect: जीएसटी के द्वारा उत्पाद शुल्क, सेवा कर, वैट और अन्य कई अप्रत्यक्ष करों को रूपांतरित कर दिया है जिसके वजह से वस्तुओं और सेवाओं की लागत पर व्यापक स्तर पर प्रभाव पड़ा है.
Increased efficiency: जीएसटी ने कई करों को एक कर में परिवर्तित करके व्यवसायों के लिए अनुपालन बोझ को कम कर दिया है। इससे अधिक कुशल और सुव्यवस्थित कर प्रणाली का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
Increased revenue for the government: जीएसटी ने कर आधार को व्यापक किया है और सरकार के लिए राजस्व संग्रह में वृद्धि हुई है। राजस्व संग्रह में वृद्धि ने सरकार को बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण परियोजनाओं में निवेश करने की अनुमति दी है।
Boost to the economy: जीएसटी ने एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण किया है, जिससे भारत में व्यापार करना आसान हो गया है। जीएसटी शासन ने व्यवसायों के लिए राज्यों में अपने परिचालन का विस्तार करना आसान बना दिया है, जिससे निवेश और आर्थिक विकास में वृद्धि हुई है।
Improved competitiveness: जीएसटी ने उत्पादन की कुल लागत को कम करके भारतीय उत्पादों और सेवाओं को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बना दिया है।
GST का दुष्प्रभाव
जीएसटी का दुष्प्रभाव कुछ इस प्रकार से है –
Short-term inflation: जीएसटी ने कई करों को एक कर में परिवर्तित करके व्यवसायों के लिए अनुपालन बोझ को कम कर दिया है। इससे अधिक कुशल और सुव्यवस्थित कर प्रणाली का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
Increased compliance cost: जीएसटी ने कर आधार को व्यापक किया है और सरकार के लिए राजस्व संग्रह में वृद्धि हुई है। राजस्व संग्रह में वृद्धि ने सरकार को बुनियादी ढांचे और सामाजिक कल्याण परियोजनाओं में निवेश करने की अनुमति दी है।
Burden on unorganized sectors: जीएसटी ने एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण किया है, जिससे भारत में व्यापार करना आसान हो गया है। जीएसटी शासन ने व्यवसायों के लिए राज्यों में अपने परिचालन का विस्तार करना आसान बना दिया है, जिससे निवेश और आर्थिक विकास में वृद्धि हुई है।
Simplification of tax structure: जीएसटी ने उत्पादन की कुल लागत को कम करके भारतीय उत्पादों और सेवाओं को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अधिक प्रतिस्पर्धी बना दिया है।
Boost to the economy: GST कर आधार को बढ़ाकर और कर अनुपालन में सुधार करके अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकता है। इससे बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक सेवाओं में निवेश करके सरकार को अधिक राजस्व प्राप्त होगा।
Positive impact on exports: निर्यात प्रक्रिया में उपयोग किए गए इनपुट पर भुगतान किए गए करों को पुनः प्राप्त करके जीएसटी निर्यात को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाता है। यह निर्यात बढ़ा सकता है और व्यापार संतुलन में सुधार कर सकता है।
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GST FULL FORM IN HINDI – खास प्रश्न
GST KA FULL FORM गुड्स एंड सर्विस टैक्स है, जिसे हिंदी में वस्तु एवं सेवा कर के नाम से जानते हैं.
गुड्स एंड सर्विस टैक्स यानी GST कुल 4 अलग – अलग प्रकार का होता है जिसमे CGST, SGST, IGST और UTGST शामिल है. इसके बाते में विस्तार से जानने के लिए पूरा लेख पढ़ें।
भारत सरकार को प्रतिवर्ष GST से Rs 1,49,507 करोड का राजस्व प्राप्त होता है, जिसे सरकार ट्रांसपोर्ट, रेलवे, सड़कें, अस्पताल आदि के निर्माण में खर्च करती है.
आशा है कि मेरे द्वारा GST FULL FORM | GST फुल फॉर्म? के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसे ही लेटेस्ट सरकारी जॉब, सरकारी योजना व अपकमिंग जॉब्स की अपडेट पाने के लिए कैरियर बनाओ Careerbanao.net को जरूर बुकमार्क करें।