MRI full form – M.R.I एक खास तरीके की मेडिकल संबंधित जांच है। जिसे हिंदी में “चुम्बकीय अनुनाद प्रतिबिम्बन” या नाभिकीय चुम्बकीय अनुनाद प्रतिबिम्बन के नाम से जाना जाता है। इस जांच की मदद से कंप्यूटर ग्राफिक्स के जरिए शरीर के विभिन्न आंतरिक अंगों के चित्र प्राप्त किए जाते हैं। इस लेख में आप MRI फुल फॉर्म, इससे जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु, फायदे, नुकसान और इसे करने में कितना खर्च आता है, संबंधित पूरी जानकारी को जानेंगे।
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MRI Full Form in Medical – संक्षिप्त विवरण
संक्षिप्त नाम | M.R.I |
फुल फॉर्म हिंदी में | एमआरआई |
फुल फॉर्म इंग्लिश में | Magnetic Resonance Imaging |
लेख की श्रेणी | फुल फॉर्म |
लेख का नाम | MRI Full Form in Medical | एमआरआई का फुल फॉर्म, खर्च, फायदे और नुकसान |
यह किस विभाग से संबंध रखता है | चिकित्सा से |
यह क्या है? | एक खास चिकित्सीय जांच |
MRI जांच को करने में खर्च | Rs. 1500 से Rs. 25000 |
MRI क्या है?
एम आर आई को आमतौर पर चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग के नाम से जानते हैं. यह मेडिकल की एक खास तरीके की इमेजिंग तकनीकी है जिसके प्रयोग से शरीर के आंतरिक संरचनाओं को कंप्यूटर ग्राफिक्स के जरिए देखा जा सकता है।
इसकी सहायता से शरीर के भीतरी अंगों उसको हड्डियों और अन्य संरचनाओं की विस्तृत छवियां भी प्राप्त की जा सकती है। इस जांच में मशीन मजबूत चुंबकीय क्षेत्र रेडियो तरंगों का इस्तेमाल करती है।
MRI FULL FORM IN MEDICAL क्या है?
MRI FULL FORM IN MEDICAL – मेडिकल के क्षेत्र एम आर आई का अति महत्वपूर्ण इस्तेमाल हो रहा है आजकल। M.r.i. को हिंदी में “चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग” कहते हैं. इंग्लिश में “Magnetic Resonance Imaging” कहलाता है। यह खास तरीके की चिकित्सा से संबंधित जांच होती है। जिसे मनुष्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इस जांच के अंतर्गत व्यक्ति को मशीन के अंदर टेबल पर लेटा करके डाला जाता है।
मशीन व्यक्ति के आंतरिक अंगों का कंप्यूटर ग्राफिक्स और चुंबकीय तरंगों के सहयोग से डिस्प्ले पर इमेज को प्रदर्शित करती है। जिसकी सहायता से बड़ी आसानी से आंतरिक अंगों में हुई समस्या को डिटेक्ट किया जा सकता है और उसका निदान भी आसानी से संभव हो पाता है।
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एमआरआई में शरीर के किस अंगों की जांच की जाती है?
m.r.i. एक खास प्रकार का मेडिकल जांच होता है। इस जांच से मनुष्य के शरीर के आंतरिक अंगों जैसे उत्तकों, हड्डियों, मस्तिष्क, रीड की हड्डी, मांस पेशी, स्नायु बंधन, ह्रदय, यकृत और गुर्दे जैसे कई सारे अन्य अंगों की जांच की जाती है।
इस मशीन के जरिए इन सभी आंतरिक अंगों की संरचना और उसमें हुए बदलाव व इंफेक्शन को कंप्यूटर स्क्रीन पर छवियों के रूप में देखा जा सकता है। वैसे सामान्य तौर पर हमारे ही के जरिए रक्त वाहिकाओं में ट्यूमर, चोट संक्रमण और अन्य आशा मान्यताओं सहित विभिन्न स्थितियों की जांच व निदान की जाती है।
क्या MRI सुरक्षित है?
या m.r.i. एक गैर इन्नोवेसियों और आमतौर पर सुरक्षित होता है। किंतु इस जांच का इस्तेमाल लोगों की के लिए बार-बार नहीं किया जाना चाहिए। क्योंकि इस जांच के दौरान मशीन के अंदर रेडियो और मैग्नेटिक तरंगे उत्सर्जित होती हैं,
जो हमारे शरीर के आंतरिक अंगों और कोशिकाओं को प्रभावित करते हैं। इस जांच के ज्यादा इस्तेमाल से व्यक्ति को कैंसर होने का खतरा हो सकता है। हालांकि, इस संबंध में और बेहतर सुझाव और सलाह के लिए आपको डॉक्टर से परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
MRI SCAN कराने में कितना खर्च आता है?
एम आर आई टेस्ट थोड़ा खर्चीला है। इसके पीछे की मुख्य वजह है कि इस जांच में इस्तेमाल होने वाली मशीन की कीमत काफी अधिक होती है। इस मशीन को खरीदने और उसे जांच के लिए लगातार इस्तेमाल करने हेतु हॉस्पिटल को अच्छे खासे पैसे खर्च करने होते हैं। जिसकी वसूली के लिए आमतौर पर इस जांच के लिए शुल्क भी अधिक लिए जाते हैं मरीजों से।
सामान्य रूप से MRI जांच के लिए व्यक्ति को भारत में ₹1500 से लेकर के ₹25,000 तक का भुगतान करना पड़ सकता है। यह भारत के अलग-अलग शहरों और अलग-अलग हॉस्पिटल के मुताबिक अलग-अलग हो सकता है।
MRI BRAIN SCAN, AVERAGE | ₹2,500 |
ABDOMEN SCAN | ₹3,500 |
MRA BRAIN SCAN | ₹4,000 |
एम आर आई जांच के अंतर्गत मरीज के ब्रेन स्कैन, पेट स्कैन, बॉडी के अलग-अलग पार्ट्स की स्कैनिंग संभव है। जिसके लिए अलग-अलग शुल्क निर्धारित होते हैं।
MRI SCAN के फायदे –
Detailed Visualization: एमआरआई शरीर की आंतरिक संरचनाओं की अत्यधिक विस्तृत छवियां प्रदान करता है, जिससे स्वास्थ्य पेशेवरों को शरीर के अंगों, ऊतकों और असामान्यताओं का अधिक सटीक मूल्यांकन करने की अनुमति मिलती है।
Non-Invasive: एमआरआई एक गैर-इनवेसिव इमेजिंग तकनीक है, जिसका अर्थ है कि यह चित्र बनाने के लिए आयनकारी विकिरण (जैसे एक्स-रे) का उपयोग नहीं करता है।
Multi-Planar Imaging: एमआरआई कई विमानों (धनु, कोरोनल और अक्षीय) में छवियों को कैप्चर कर सकता है, जिससे क्षेत्र की जांच की जा रही है।
Contrast-Enhanced Imaging: कुछ संरचनाओं या असामान्यताओं की दृश्यता में सुधार के लिए एमआरआई स्कैन में कंट्रास्ट एजेंटों का उपयोग किया जा सकता है।
Evaluation of Soft Tissues: एमआरआई विशेष रूप से मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी, मांसपेशियों, स्नायुबंधन, और अंगों जैसे हृदय, यकृत और गुर्दे जैसे कोमल ऊतकों की इमेजिंग में उपयोगी है।
Functional MRI (fMRI): कार्यात्मक एमआरआई एक विशेष तकनीक है जो रक्त प्रवाह में परिवर्तन को मापकर मस्तिष्क गतिविधि का आकलन कर सकती है।
Preoperative Planning: प्री-ऑपरेटिव प्लानिंग में एमआरआई स्कैन मूल्यवान होते हैं क्योंकि वे विस्तृत शारीरिक जानकारी प्रदान करते हैं।
Monitoring and Follow-up: समय के साथ कुछ स्थितियों की प्रगति की निगरानी के लिए एमआरआई का उपयोग किया जा सकता है। यह स्वास्थ्य पेशेवरों को ट्यूमर के आकार या व्यवहार में परिवर्तन की निगरानी करने, उपचार की प्रभावशीलता का आकलन करने और रोगी देखभाल योजनाओं में आवश्यक परिवर्तन करने में मदद करता है।
MRI के नुकसान
उच्च लागत: एक्स-रे या सीटी स्कैन जैसी अन्य इमेजिंग तकनीकों की तुलना में एमआरआई स्कैन अपेक्षाकृत महंगे हैं।
समय लगता है: एमआरआई स्कैन आम तौर पर अन्य इमेजिंग विधियों की तुलना में अधिक समय लेता है। जांच किए जा रहे क्षेत्र और विशिष्ट इमेजिंग प्रोटोकॉल के आधार पर, प्रक्रिया 15 मिनट से लेकर एक घंटे तक कहीं भी रह सकती है।
क्लॉस्ट्रोफोबिया और बेचैनी: एमआरआई मशीन एक संकीर्ण ट्यूब जैसी संरचना है जो कुछ लोगों में क्लॉस्ट्रोफोबिया या चिंता पैदा कर सकती है।
अंतर्विरोध और सीमाएं: मेटल इम्प्लांट या डिवाइस जैसे पेसमेकर, कॉक्लियर इम्प्लांट या मेटल स्प्लिंट वाले कुछ व्यक्ति सुरक्षा चिंताओं के कारण एमआरआई स्कैन कराने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।
कुछ स्थितियों के लिए लंबा स्कैन समय: कुछ मामलों में, उच्च-गुणवत्ता वाली एमआरआई छवि प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक स्कैन करने की आवश्यकता हो सकती है। यह उन रोगियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है जिन्हें स्थिर रहने में कठिनाई होती है या जो अपनी चिकित्सा स्थिति के कारण दर्द या परेशानी में हैं।
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MRI Scan Full Form – FAQ
MRI SCAN कराने में भारत में ₹1500 से लेकर के ₹25,000 खर्च आ सकता है यह शहरों, हॉस्पिटल पर भी निर्भर करता है. हालाँकि सरकारी हॉस्पिटल में यह जाँच पूर्ण रूप से निःशुल्क है.
mri full form in hindi हिंदी में “चुम्बकीय अनुनाद प्रतिबिम्बन” होता है इसे कभी कभी नाभिकीय चुम्बकीय अनुनाद प्रतिबिम्बन के नाम से भी जाना जाता है. यह एक खास प्रकार की मेडिकल जाँच है.
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