Nrega Job card – नरेगा जॉब कार्ड जिसे Mgnrega Job card के नाम से भी जानते हैं. यह एक खास प्रकार का कार्ड होता है. जिसकी मदद से नरेगा में कार्य करने वाले लाभर्थियों को कार्य करने के पश्चात भुगतान और अन्य प्रकार के लाभ सरकार द्वारा दिए जाए हैं.
यह नागरिकों एक प्रकार का पहचान पत्र की तरह भी इस्तेमाल होता है. इस लेख में नरेगा जॉब कार्ड बनवाने हेतु आवश्यक दस्तावेज, योग्यता और लाभ से जुड़े सभी बातों के बारे में विस्तार से जानेगें –
NAREGA जिसे पहले MGNREGA नाम से भी जाना जाता था, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम जिसे 2005 में पारित किया गया था. इस अधिनियम के पारित होने के पश्चात इसका नाम बदलकर के मनरेगा रख दिया गया.
जिसका पूरा नाम महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम था इस योजना के अंतर्गत भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले सामान्य मनुष्य जाती को काम करने के अधिकार के लिए कुछ सिद्धांत को निर्मित किया गया था.
इस सिद्धांत के अंतर्गत स्थानीय सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले लोगों के लिए कम से कम 100 दिन का वेतन और रोजगार प्रदान किया जाए साल में एक बार,
जिससे कि उनके जीवन में आर्थिक सहायता मिलेगी और अपने विकास को कर पाएंगे इन सब चीजों को ध्यान में रखकर है MGNREGA अथवा NAREGA को भारत में लाया गया है.
Nrega Job card – संक्षिप्त विवरण
संक्षिप्त नाम | नरेगा |
फुल फॉर्म हिंदी में | राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम |
फुल फॉर्म इंग्लिश में | National Rural Employment Guarantee Act |
लेख की श्रेणी | योजना |
लेख का नाम | Nrega Job card कैसे बनवाएं – CAREERBANAO.NET |
संचालन के लिए जिम्मेदार विभाग | Ministry of Rural Development |
अधिकारिक वेबसाइट | https://nrega.nic.in/ |
Nrega Job card क्या है?
नरेगा रोजगार कार्ड महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत ग्रामीण भारत में परिवारों को जारी किया गया एक दस्तावेज है।
जॉब कार्ड इस योजना के तहत रोजगार चाहने वाले व्यक्तियों की पहचान के रूप में कार्य करता है और इसमें कार्डधारक का नाम, आयु और पता जैसी जानकारी शामिल होती है।
यह कार्ड ग्राम पंचायत (ग्राम परिषद) द्वारा जारी किया जाता है और कार्डधारक द्वारा काम किए गए दिनों, किए गए कार्य की प्रकृति और अर्जित मजदूरी को रिकॉर्ड करने के लिए उपयोग किया जाता है।
नरेगा जॉब कार्ड कार्यक्रम कार्यान्वयन में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने और धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
मनरेगा प्रत्येक ग्रामीण परिवार को 100 दिनों के मजदूरी रोजगार की गारंटी देता है, जिसके वयस्क सदस्य अकुशल शारीरिक श्रम करने के लिए स्वेच्छा से काम करते हैं।
इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण परिवारों को एक सुरक्षा जाल प्रदान करना और ग्रामीण क्षेत्रों में स्थायी संपत्ति और बुनियादी ढांचे का निर्माण करना है।
नरेगा जॉब कार्ड योजना का एक अनिवार्य घटक है क्योंकि यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि लाभ इच्छित लाभार्थियों तक पहुंचे और योजना के उद्देश्यों को प्राप्त किया जाए।
Job Card online Registration कैसे करें?
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत जॉब कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए आप इन चरणों का पालन कर सकते हैं:
- अपने नजदीकी ग्राम पंचायत कार्यालय या सामुदायिक सेवा केंद्र (CSC) पर जाएँ।
- मनरेगा जॉब कार्ड आवेदन पत्र के लिए पूछें।
- अपना नाम, आयु, लिंग, व्यवसाय और आवासीय पता जैसे सभी आवश्यक विवरणों के साथ फॉर्म भरें।
- अपने पहचान प्रमाण और पते के प्रमाण जैसे किसी भी आवश्यक दस्तावेज के साथ भरे हुए आवेदन पत्र को ग्राम पंचायत कार्यालय या CSC में जमा करें।
- अपना आवेदन जमा करने के बाद, आपको अपना जॉब कार्ड 15 दिनों के भीतर मिल जाना चाहिए।
NREGA और MNREGA में अंतर
नरेगा को 2005 में अधिनियमित किया गया था और बाद में महात्मा गांधी के सम्मान में 2009 में मनरेगा का नाम बदल दिया गया। मनरेगा अतिरिक्त सुविधाओं के साथ नरेगा का अधिक व्यापक और उन्नत संस्करण है।
NREGA और MNREGA में खास अंतर –
कवरेज: नरेगा शुरू में भारत में 200 जिलों को कवर करता है, जबकि मनरेगा देश के सभी ग्रामीण क्षेत्रों को कवर करता है।
रोजगार की गारंटी: नरेगा ने शुरुआत में प्रति वर्ष प्रति परिवार 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी, जबकि मनरेगा ने प्रति परिवार प्रति वर्ष 150 दिनों के रोजगार को बढ़ाया।
महिलाओं की भागीदारी: मनरेगा में यह अनिवार्य है कि कम से कम एक तिहाई लाभार्थी महिलाएं हों, जबकि नरेगा में यह प्रावधान नहीं है।
मजदूरी दर: मनरेगा में यह व्यवस्था है कि राज्य में मजदूरी दर कम से कम न्यूनतम मजदूरी के बराबर होनी चाहिए, जबकि नरेगा में यह प्रावधान नहीं है।
संपत्ति निर्माण पर ध्यान: मनरेगा सड़कों, नहरों और तालाबों जैसी टिकाऊ संपत्तियों के निर्माण पर जोर देती है, जबकि नरेगा विशेष रूप से संपत्ति निर्माण पर ध्यान केंद्रित नहीं करती है।
नरेगा का कार्य क्षेत्र क्या है?
Nrega अथवा मनरेगा के कार्य क्षेत्र की बात की जाए तो यह मुख्य तौर से भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से कार्य करता है. महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के वर्तमान समय में जारी किए गए नियमों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के परिवार के सदस्य जो भी इच्छुक हो वह अपने मन के अनुसार स्वेच्छा से अकुशल श्रम कर सकते हैं.
उन्हें प्रतिवर्ष सरकार के द्वारा निर्धारित किए गए 100 दिनों के कार्य को करवाया जाएगा जिसके बदले उन्हें इतने दिनों का भुगतान किया जाएगा। सरकार द्वारा इसके अंतर्गत करवाए जाने वाले मुख्य कार्य के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में कुआ, तालाब, सड़कों और नहरों आदि के निर्माण अथवा पुनः नवीनीकरण होता है.
भारत सरकार द्वारा चलाये जाने वाले इस मनरेगा अथवा नरेगा का मुख्य कार्य क्षेत्र भारत का ग्रामीण क्षेत्र है जिसे ग्रामीण जनता को ध्यान में रखकर के इसे चलाया जाता है.
NREGA Job Card हेतु जरूरी दस्तावेज
ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अकुशल श्रमिकों का एक प्रकार का खास तरीके का पहचान पत्र होता है नरेगा जॉब कार्ड है, जिसके जरिए उन्हें सरकार की तरफ से प्रतिवर्ष रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत 100 दिनों,
का रोजगार प्रदान किया जाता है और उसका भुगतान उसके श्रमिक के नरेगा जॉब कार्ड के जरिए उसके अकाउंट में सरकार के द्वारा क्रेडिट किया जाता है. नरेगा जॉब कार्ड बनवाने के लिए 2023 में कौन-कौन से आवश्यक डॉक्यूमेंट होंगे उसका विवरण हम नीचे दे रहे हैं –
- आधार कार्ड
- पासपोर्ट साइज फोटो
- पहचान पत्र
- राशन कार्ड
- बैंक अकाउंट
- मोबाइल नंबर
नरेगा जॉब कार्ड के लाभ
रोजगार के अवसरों तक पहुंच: नरेगा रोजगार कार्ड के साथ, आप नरेगा योजना द्वारा प्रदान किए जाने वाले विभिन्न रोजगार अवसरों में भाग लेने के पात्र होंगे। इसमें जल संरक्षण, भूमि विकास और अन्य ग्रामीण विकास परियोजनाओं से संबंधित कार्य शामिल हैं।
न्यूनतम मजदूरी की गारंटी: नरेगा योजना अपनी रोजगार योजनाओं में भाग लेने वाले श्रमिकों को न्यूनतम मजदूरी की गारंटी देती है। नरेगा जॉब कार्ड के साथ, आप इस न्यूनतम मजदूरी के पात्र हैं।
वित्तीय सहायता: नरेगा योजना उन श्रमिकों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है जो विकलांगता या अन्य कारणों से काम करने में असमर्थ हैं। यह सहायता नरेगा रोजगार कार्ड रखने वाले श्रमिकों के लिए उपलब्ध है।
अन्य सरकारी योजनाओं तक पहुंच: नरेगा जॉब कार्ड होने से आप अन्य सरकारी योजनाओं और स्वास्थ्य बीमा, आवास योजनाओं और शिक्षा योजनाओं जैसे लाभों का उपयोग करने में भी सक्षम होंगे।
सशक्तिकरण: नरेगा जॉब कार्ड ग्रामीण श्रमिकों को एक पहचान और अपनेपन की भावना देकर उन्हें सशक्त बनाने में मदद करता है। यह उन्हें अपने अधिकारों और हकों तक पहुंच बनाने में सक्षम बनाता है, और सरकारी सेवाओं के वितरण में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देता है।
Narega Job Card नंबर कितने का होता है?
श्रमिक का एक तरीके का अर्थराइज कार्ड जिससे या पहचाना जा सकता है कि वह नरेगा में कार्य करने वाला एक अकुशल श्रमिक है, सिर्फ उसी को नरेगा जॉब कार्ड दिया जाता है. उस कार्ड पर 16 डिजिट का कार्ड नंबर Wa-08-012-002-002/280 दर्ज होता है जोकि अल्फान्यूमेरिक होता है वह कुछ इस प्रकार से हो सकता है –
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NREGA Job Card – खास प्रश्न
Nrega Job card एक खास प्रकार का कार्ड होता है जो नागरिकों को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के अंतरगर्त जारी किया जाता है जिसकी मदद से इसमें कार्य करने वाले लोगों को भुगतान लेने और अन्य कई सारे सरकारी योजनाओ का लाभ लेने में सहायता प्राप्त होती है.
NREGA FULL FORM National Rural Employment Guarantee Act होता है.
आशा है कि मेरे द्वारा Nrega 2023 | नरेगा - Nrega Job card क्या है, कैसे बनवाएं? के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसे ही लेटेस्ट जॉब अपडेट पाने के लिए कैरियर बनाओ Careerbanao.net को जरूर बुकमार्क करें।