TGT, PGT, PRT Full Form – टीजीटी / पीजीटी / पीआरटी फुल फॉर्म & क्या होता है? जानें

TGT, PGT, PRT Full Form : दोस्तों आजकल जिस तरह से इंजीनियरिंग और चिकित्सा क्षेत्र में भीड़ बढ़ चुकी है उसे देखते हुए लोग अध्यापक बनने की तरफ रुख़ करने लगे हैं। टीचर की नौकरी अपने आप में सम्माजनक और गौरवशाली होती है। आजकर बहुत से लोग विभिन्न स्तर के टीचिंग जॉब्स के लिए तैयारी कर रहे हैं। यदि आप भी इस क्षेत्र से ताल्लुक़ रखतेहैं तो आपने भी टीजीटी, पीजीटी और पीआरटी जैसे शब्दों को जरुर ही सुना होगा।

आज के इस लेख में हम आपको UP TGT Full Form, PRT Full Form व UP PGT Full Form से जुड़ी पूरी अपडेट के साथ साथ इससे सम्बंधित अन्य जानकारियाँ भी प्रदान करेंगे। जैसे टीजीटी / पीजीटी / पीआरटी क्या होता है?, इसे कैसे करें? इसके क्या लाभ हैं इत्यादि।

आप सभी से आग्रह है कि टीजीटी टीचर क्या होता है? tgt ka full form, PGT ka full form व पीआरटी का फुल फॉर्म जानने के लिए यह लेख अंत तक पढ़ें तथा Sarkari Result पेज को बुकमार्क करना ना भूलें।

TGT क्या होता है?

टीजीटी यानी प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक, अध्यापक बनने के लिए एक प्रकार की योग्यता होती है। सभी टीजीटी की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवार सरकार के किसी भी राजकिय या अन्य सरकारी विद्यालय में कक्षा 6th से 8th तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए योग्य हो जाते हैं।

यह एक प्रकार की परीक्षा होती है जिसमें वे सभी लोग सम्मिलित हो सकते हैं जिन्होंने स्नातक के बाद अपना बीएड (B.Ed) का पाठ्यक्रम पूरा कर लिया हो। यदि आप बीएड धारक हैं लेकिन आपने TGT Exam पास नहीं किया है तो आप शिक्षक नहीं बन सकते है। आइए जानते हैं कि टीजीटी के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

TGT Ka full form फॉर्म क्या है?

टीजीटी अपने आप में तीन अक्षरों को समेटे हुए एक पूर्ण शब्द प्रतीत होता है लेकिन यह सच नहीं है। TGT Full Form in Hindi अंग्रेजी में Trained Graduate Teacher होता है जबकि हिंदी में इसको “प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक” कहा जाता है। यह एक स्टेट लेवल का टीचिंग एग्जाम होता है। नीचे टेबल के ज़रिए TGT Ka full form आप और बेहतर ढंग से समझ सकते हैं:-

T ForTrained (प्रशिक्षित)
G ForGraduate (स्नातक)
T ForTeacher (शिक्षक)

टीजीटी करने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

  • TGT परीक्षा के लिए उम्मीदवार ही आवेदन कर सकते हैं जिन्होंने स्नातक के बाद अपना बीएड डिग्री पूरा कर लिया हो।
  • आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी की अधिकतम आयु 35 वर्ष तक होनी चाहिए।
  • आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए।

टीजीटी शिक्षक द्वारा पढ़ाए जाने वाले विषय

एक प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक कक्षा दसवीं तक के बच्चों को निम्न में से कोई भी एक विषय पढ़ा सकता है :-

  • गणित
  • विज्ञान
  • स्थानीय भाषा
  • इतिहास
  • अंग्रेजी
  • अर्थशास्त्र
  • भूगोल इत्यादि।

TGT शिक्षक कौन सी कक्षा पढ़ाते हैं?

TGT, यानी “ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर,” भारत में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर के छात्रों को पढ़ाने वाले शिक्षक होते हैं। ये शिक्षक आमतौर पर कक्षा 6 से कक्षा 10 तक के छात्रों को पढ़ाते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य छात्रों को विभिन्न विषयों में माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रदान करना और उनकी शिक्षा-परिप्रेक्ष्य में उन्हें तैयार करना होता है।

टीजीटी शिक्षकों के पास विभिन्न विषयों में स्नातक की डिग्री होती है, और वे उन विषयों में विशेषज्ञ होते हैं जो वे पढ़ाते हैं, जैसे कि गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी, और अन्य विषय।

Trained Graduate Teacher (TGT Full Form ) शिक्षक छात्रों को मूलभूत ज्ञान, कौशल, और उनकी सामाजिक और आधारभूत मानविकीय मूल्यों का पाठ पढ़ाते हैं, जिससे छात्र अपने शैक्षिक और व्यक्तिगत विकास में सहायक होते हैं। ये शिक्षक छात्रों के कैरियर विकल्पों को समझाने और उन्हें उनके विषय में महार्षि होने का अवसर प्रदान करने में मदद करते हैं, जिससे वे अपने भविष्य के लिए तैयार हो सकें।

मैं 12वीं के बाद हिंदी टीचर कैसे बन सकता हूं?

12वीं के बाद हिंदी टीचर बनने के लिए आपको निम्नलिखित कदमों का पालन करना होगा:

  1. ग्रेजुएशन: सबसे पहला कदम है ग्रेजुएशन की पढ़ाई करना। आपको किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करनी होगी, जैसे कि बी.एड. (बैचलर ऑफ़ एजुकेशन) या बी.ए. (बैचलर ऑफ़ आर्ट्स)।
  2. टीचिंग कोर्स: आपको एक शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम का सहायता लेना होगा, जैसे कि B.Ed. यह कोर्स आपको शिक्षा में मास्टरी प्राप्त करने में मदद करेगा।
  3. अध्यापक नौकरियों के लिए आवेदन: आपके पास अब अध्यापन की पदों के लिए आवेदन करने का सुनहरा मौका होगा। आप सरकारी और निजी स्कूलों में हिंदी शिक्षक के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  4. शिक्षा में अपडेट रहना: शिक्षा के क्षेत्र में अपडेट रहना महत्वपूर्ण है। नई शिक्षा तकनीकियों और मेथडों को सीखने के लिए समय-समय पर सेमिनार और वर्कशॉप में भाग लें।

इन कदमों का पालन करके, आप हिंदी टीचर बन सकते हैं। ध्यान दें कि शिक्षक बनने के लिए योग्यता आवश्यक होती है और आवश्यक जानकारी और प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ही यह संभावना होता है।

PGT क्या होता है?

जिस तरह से टीजीटी होता है उसी तरह से PGT भी होता है। यह Post Graduate Teacher होता है जो स्कूलों में कक्षा 9th से 12th तक के छात्र-छात्राओं को पढ़ाने के लिए पात्र माने जाते हैं।

PGT Ka Full Form क्या होता है?

3 अक्षरों से मिलकर बना पीजीटी एक संक्षिप्त शब्द है। PGT Full Form अंग्रेजी में Post Graduate Teacher होता है। हिंदी में इसे परा-स्नातक शिक्षक कहा जाता है। इसे नीचे टेबल के माध्यम से आप आसानी से समझ सकते हैं :-

P ForPost (पोस्ट)
G ForGraduate (स्नातक)
T ForTeacher (शिक्षक)

UP PGT Eligibility – पीजीटी के लिए पात्रता मानदंड

परास्नातक शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवार को पीजीटी की परीक्षा पास करनी होती है। इसके लिए निम्नलिखित अर्हता मानदंड तय किए गए हैं:-

  • आवेदक के पास पर भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए।
  • अभ्यर्थी की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष व अधिकतम आयु 60 वर्ष तक होनी चाहिए।
  • आवेदक B.Ed करने के पहले या बाद में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री लिया होना चाहिए।
  • भारत का मूल नागरिक होना चाहिए।

TGT & PGT Difference – टीजीटी और पीजीटी में मुख्य अंतर क्या है?

बहुत से लोगों को टीजीटी और पीजीटी में मुख्य अंतर के बारे में हो सकता है ना पता हो। तो हम आपको बता दें कि टीजीटी वह शिक्षक होता है जो स्नातक के बाद B.Ed धारक होता है।

जबकि पीजीटी शिक्षक बनने के लिए आवेदक के पास B.Ed करने से पहले या बाद में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री होनी चाहिए। साथ ही साथ एक TGT कक्षा 6वीं से 8वीं या उसके नीचे तक के छात्रों को पढ़ाने के लिए पात्र होता है। जबकि पीजीटी कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को पढ़ा सकता है।

PRT Full Form | पीआरटी फुल फॉर्म क्या है?

पीआरटी तीन अक्षरों का समूह है। जिसमें PR का मतलब Primary तथा T का मतलब Teacher होता है। PRT Ka Full Form अंग्रेजी में Primary Teacher होता है जबकि हिंदी में इसे प्राथमिक शिक्षक कहते हैं। यह कक्षा 1 से 5 तक बच्चों को पढ़ाने के लिए योग्य हो जाते हैं।

Pr ForPrimary (प्राइमरी)
T ForTeacher (शिक्षक)
VDO FULL FORMCDS FULL FORM
SSC FULL FORMBSC FULL FORM
IAS FULL FORMCPU FULL FORM
BDC FULL FORMB.Ed full form
ITI FULL FORMUPI FUL FORM
DM FULL FORMICU FULL FORM
ED FULL FORMGMAIL FULL FORM
MBBS FULL FORMUNESCO FULL FORM
UPSC FULL FORMMSME FULL FORM
RIP FULL FORMMLC FULL FORM

पीआरटी या Primary Teacher के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

Primary Teacher बनने के लिए एक अभ्यर्थी के पास आमतौर पर निम्नलिखित योग्यताएँ चाहिए:

  • शिक्षा की डिग्री: Primary Teacher के रूप में काम करने के लिए आपके पास उच्च प्राथमिक शिक्षा (BTC, B.Ed. या D.El.Ed.) की डिग्री होनी चाहिए।
  • प्रमाणपत्र: आपको अपने शिक्षा डिग्री के साथ उच्च प्राथमिक शिक्षा प्रमाणपत्र की भी आवश्यकता हो सकती है।
  • योग्यता टेस्ट: आपको अकसर शिक्षक भर्ती परीक्षा का पास होना चाहिए, जो आपकी योग्यता को मापता है।
  • अच्छी व्यक्तिगत गुण: शिक्षा देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण योग्यता आपके पास शिक्षार्थियों के साथ सहयोगी और सहानुभूति भरा रवैया होना चाहिए।
  • व्यक्तिगत प्रशासनिक और संगठनात्मक योग्यता: शिक्षा संगठनों में काम करते समय, आपको प्रशासनिक और संगठनात्मक कौशल दिखाने की भी आवश्यकता हो सकती है।

आपको बता दें कि उपरोक्त दी गई योग्यता की आवश्यकताएँ नागरिकता, राज्य और शिक्षा संगठनों के नियमों और विधियों के आधार पर भिन्न हो सकती हैं, इसलिए आपको अपने क्षेत्र के नियमों को समझने के लिए स्थानीय शिक्षा अधिकारी या ऑफिसियल साइट पर विजिट करना चाहिए।

PRT का मतलब क्या होता है?

PRT का मतलब “Primary Teacher” होता है। यह एक शिक्षक की पदनाम होती है जो प्राथमिक स्तर के शिक्षा संस्थानों, जैसे कि प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षा प्रदान करता है। PRT शिक्षा के मूल आधारों को बढ़ावा देने वाले शिक्षकों में से एक हो सकता है और छात्रों को पढ़ाई की प्रारंभिक बुनियाद खड़ा करने में महत्वपूर्ण रोल अदा करता है।

PRT शिक्षक कौन सी कक्षाएं सिखाता है?

PRT, यानि “प्राइमरी टीचर”, प्राइमरी स्तर की कक्षाओं में शिक्षा देने के लिए प्रशिक्षित होता है। वे प्राइमरी स्तर की कक्षाओं, जैसे कि 1 से 5 तक की कक्षाओं में शिक्षा देने के योग्य होते हैं।

इसके अलावा, PRT शिक्षकों की शिक्षा प्रक्रिया और प्रमाणीकरण विभिन्न देशों और शिक्षा के आधार पर अलग-अलग हो सकती है।

पीआरटी का सिलेबस क्या है?

PRT (Primary Teacher) के सिलेबस आमतौर पर शिक्षा विभाग या संबंधित प्राधिकृतिक संस्थानों द्वारा तय किया जाता है, और यह भारत के विभिन्न राज्यों और शिक्षा बोर्डों के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। प्राइमरी टीचर बनने के लिए आपको अपने स्थानीय शिक्षा विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित प्राधिकृति संस्थान की वेबसाइट पर जाकर उनके नवीनत सिलेबस और पाठ्यक्रम की जांच करनी चाहिए।

लेकिन आमतौर पर इसके सिलेबस में निम्न विषय शामिल होते है-

  1. बाल विकास और शिक्षा शास्त्र
  2. गणित
  3. हिंदी या अंग्रेजी (भाषा विषय के आधार पर)
  4. विज्ञान
  5. सामाजिक अध्ययन
  6. पर्यावरण शिक्षा
  7. कला और संगीत (कुछ स्कूलों में)

कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न

टीजीटी फुल फॉर्म क्या है?

इसका फुल फॉर्म Trained Graduate Teacher होता है। हिंदी में इसे प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक होता है।

पीजीटी का फुल फॉर्म क्या होता है?

पीजीटी का फुल फॉर्म Post Graduate Teacher होता है। हिंदी में इसे परा-स्नातक शिक्षक कहते हैं।

PRT Full Form क्या होता है?

PRT का फुल फॉर्म Primary Teacher होता है। हिंदी में इसे प्राइमरी शिक्षक कहते हैं।

आशा है कि मेरे द्वारा TGT, PGT, PRT Full Form - टीजीटी / पीजीटी / पीआरटी फुल फॉर्म & क्या होता है? के बारे में दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी ऐसे ही लेटेस्ट जॉब अपडेट पाने के लिए कैरियर बनाओ Careerbanao.net को जरूर बुकमार्क।

2 thoughts on “TGT, PGT, PRT Full Form – टीजीटी / पीजीटी / पीआरटी फुल फॉर्म & क्या होता है? जानें”

  1. PRT Ki jankari adhuri haj…sirf full form diya..iska koi exam kab, kaise??
    mera B.COM, M.COM, D.EL.ED from NIOS..iske baad form bhr skte??

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